ATM Users Alert – RBI ने हाल ही में ATM कार्ड के उपयोग से जुड़े नए नियम लागू किए हैं, जिससे अब ग्राहकों को ट्रांजैक्शन के दौरान अधिक सतर्क रहना होगा। इन नए निर्देशों के अनुसार, बैंक अपने ग्राहकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्ड स्वाइप और निकासी प्रक्रिया में कई अहम बदलाव कर रहे हैं। पहले जहां ग्राहक किसी भी बैंक के ATM से बिना अतिरिक्त चार्ज के कुछ सीमित लेनदेन कर सकते थे, अब इन नियमों को और सख्त किया गया है। साथ ही, यदि ग्राहक बार-बार OTP विफलता या ट्रांजैक्शन अस्वीकृति का सामना करते हैं, तो बैंक सुरक्षा कारणों से कार्ड को अस्थायी रूप से ब्लॉक भी कर सकता है।

ATM उपयोग के नए नियम क्या हैं?
अब ATM ट्रांजैक्शन के लिए RBI ने यह सुनिश्चित किया है कि हर ग्राहक को निर्धारित सीमा के अंदर ही मुफ्त निकासी की सुविधा मिलेगी। उदाहरण के लिए, मेट्रो शहरों में ग्राहक केवल तीन बार अन्य बैंकों के ATM से फ्री निकासी कर पाएंगे, जबकि नॉन-मेट्रो क्षेत्रों में यह सीमा पांच बार तक रहेगी। इसके बाद प्रत्येक अतिरिक्त निकासी पर 21 रुपये का शुल्क देना होगा। इसके अलावा, कैश निकासी के साथ-साथ बैलेंस इंक्वायरी और मिनी स्टेटमेंट जैसी सेवाओं के लिए भी अब स्पष्ट चार्ज तय कर दिए गए हैं। RBI का यह कदम बैंकों की आय को संतुलित करने के साथ-साथ ग्राहकों को डिजिटल ट्रांजैक्शन की ओर प्रोत्साहित करने के लिए उठाया गया है।
सुरक्षा के लिए लागू किए गए सख्त नियम
RBI के नए दिशानिर्देशों के तहत, अब ग्राहकों को ATM उपयोग के समय OTP और PIN दोनों की आवश्यकता होगी। विशेष रूप से ₹10,000 से अधिक की निकासी पर OTP अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा, बैंकों को 24 घंटे निगरानी रखने के लिए CCTV और रियल-टाइम फ्रॉड मॉनिटरिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य किया गया है। ग्राहक अपने कार्ड को ‘ऑन/ऑफ’ करने की सुविधा भी बैंक के मोबाइल ऐप या इंटरनेट बैंकिंग से पा सकते हैं, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य डिजिटल फ्रॉड, स्किमिंग और कार्ड क्लोनिंग जैसी घटनाओं को रोकना है, जो हाल के वर्षों में काफी बढ़ी हैं।
ग्राहकों के लिए सावधानियां और सुझाव
ATM कार्ड का इस्तेमाल करते समय ग्राहकों को अब और अधिक सतर्क रहना होगा। हमेशा अपने PIN को गोपनीय रखें और किसी भी अनजान व्यक्ति की मदद न लें। साथ ही, ट्रांजैक्शन पूरा होने के बाद रसीद या स्क्रीन पर दिखाए गए विवरण को जांच लें। यदि किसी संदिग्ध गतिविधि का संदेह हो, तो तुरंत बैंक को सूचित करें। ग्राहकों को यह भी सलाह दी गई है कि वे अपने कार्ड को बैंक की मोबाइल ऐप में लॉगिन करके केवल उपयोग के समय ही सक्रिय रखें। इसके अलावा, SMS और ईमेल अलर्ट को ऑन रखें ताकि हर ट्रांजैक्शन की जानकारी तुरंत मिल सके। इससे न केवल आपका पैसा सुरक्षित रहेगा बल्कि किसी धोखाधड़ी की स्थिति में तुरंत कार्रवाई भी संभव होगी।

नए नियमों से ग्राहकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा
RBI के नए नियमों से ग्राहकों की सुरक्षा में तो इजाफा हुआ है, लेकिन साथ ही कुछ असुविधाएँ भी बढ़ी हैं। पहले की तुलना में अब फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा कम होने से अतिरिक्त निकासी पर ज्यादा शुल्क देना होगा। वहीं OTP और PIN प्रक्रिया के कारण ट्रांजैक्शन में थोड़ा समय भी बढ़ेगा। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव लंबी अवधि में ग्राहकों के लिए फायदेमंद रहेगा क्योंकि इससे फ्रॉड की घटनाओं में कमी आएगी और डिजिटल बैंकिंग सिस्टम अधिक सुरक्षित बनेगा। कुल मिलाकर, यह फैसला भारतीय बैंकिंग सिस्टम को आधुनिक और सुरक्षित बनाने की दिशा में RBI का बड़ा कदम है।
क्या अब ATM कार्ड का पिन रोजाना बदलना होगा?
नहीं, ATM कार्ड का पिन रोजाना बदलने की जरूरत नहीं है।
क्या अब ATM से पैसे निकालने के लिए थप्पड़ मारना पड़ेगा?
नहीं, अब ATM कार्ड निकालने के लिए पिन नहीं डालना होगा।