Gas Cylinder Prices – आज से गैस सिलेंडर की कीमतों में बड़ा बदलाव किया गया है, जिससे हर आम नागरिक की जेब पर सीधा असर पड़ सकता है। हर महीने की शुरुआत में पेट्रोलियम कंपनियां एलपीजी सिलेंडर के दाम में संशोधन करती हैं, और इस बार भी कुछ इलाकों में बड़ी राहत तो कुछ में थोड़ी परेशानी देखने को मिल रही है। खासकर घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में उतार-चढ़ाव आया है, जिससे रसोई का बजट फिर से बदल सकता है। कुछ महानगरों में सिलेंडर सस्ता हुआ है जबकि कई राज्यों में इसकी कीमत में हल्की बढ़ोतरी देखी गई है। यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों, टैक्स दरों और सब्सिडी पॉलिसी पर निर्भर करता है। उपभोक्ताओं के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि उनके क्षेत्र में गैस सिलेंडर के नए रेट क्या हैं ताकि वे पहले से अपनी खरीदारी की योजना बना सकें। खास बात यह है कि कमर्शियल सिलेंडरों की कीमत में भी अलग-अलग क्षेत्रों में बड़ा बदलाव हुआ है।

दिल्ली, मुंबई और अन्य महानगरों में सिलेंडर के दाम में कितना फर्क
देश की राजधानी दिल्ली में आज से 14.2 किलो के घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में ₹10 की कटौती हुई है, जिससे अब नई कीमत ₹893 रह गई है। मुंबई में भी इसी तरह की कटौती के बाद सिलेंडर ₹892 में मिल रहा है। वहीं चेन्नई और कोलकाता जैसे शहरों में ₹5 से ₹8 तक की वृद्धि देखने को मिली है। इन बदलावों का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में कमी और सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी में बदलाव है। हालांकि, कमर्शियल सिलेंडरों के मामले में कीमतें बढ़ी हैं, जिससे होटल, ढाबा और रेस्टोरेंट सेक्टर पर असर पड़ सकता है। उपभोक्ताओं के लिए राहत की बात यह है कि पिछले कुछ महीनों में घरेलू एलपीजी की कीमत में धीरे-धीरे गिरावट आ रही थी, और यह ट्रेंड फिलहाल बरकरार है।
ग्रामीण और छोटे शहरों में क्या है स्थिति
ग्रामीण इलाकों में गैस सिलेंडर की आपूर्ति और कीमतों में हमेशा से ही फर्क देखने को मिलता है, जो ट्रांसपोर्टेशन लागत और सब्सिडी के वितरण पर निर्भर करता है। कई छोटे शहरों में आज से गैस सिलेंडर की कीमत ₹5 से ₹12 तक बढ़ गई है, जबकि कुछ राज्यों ने राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त सब्सिडी दी है जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है। उदाहरण के तौर पर, बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में ₹15 की सब्सिडी के बाद कीमतें दिल्ली के मुकाबले कम हो गई हैं। वहीं, उत्तर-पूर्वी राज्यों में अभी भी सिलेंडर की कीमतें ₹920 से ऊपर बनी हुई हैं। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने नजदीकी गैस एजेंसी से नई कीमत की पुष्टि जरूर करें, क्योंकि हर जिले में दरें अलग-अलग हो सकती हैं।
सरकार की भूमिका और सब्सिडी नीति
भारत सरकार समय-समय पर गैस सब्सिडी नीति में बदलाव करती है, खासकर उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए। इस बार भी उज्ज्वला योजना के तहत लाभ पाने वाले परिवारों को ₹200 प्रति सिलेंडर की सब्सिडी जारी रखने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, बाकी सामान्य ग्राहकों को अब कम या कोई सब्सिडी नहीं दी जा रही है, जिससे उनकी जेब पर सीधा असर पड़ रहा है। साथ ही, पेट्रोलियम कंपनियां हर महीने के पहले दिन कीमतें तय करती हैं जो कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों, मुद्रा विनिमय दरों और डिमांड-सप्लाई के आधार पर तय होती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने से फिर कीमतों में हल्का इजाफा हो सकता है।
उपभोक्ताओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
गैस सिलेंडर की बदलती कीमतों के बीच उपभोक्ताओं को सतर्क रहना बेहद जरूरी है। सबसे पहले तो उन्हें हर महीने की 1 तारीख को अपने क्षेत्र की नई कीमत की जांच करनी चाहिए, ताकि समय रहते खरीदारी की जा सके। इसके अलावा, अगर वे उज्ज्वला योजना के लाभार्थी हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि उनका बैंक खाता आधार से लिंक हो और सब्सिडी की राशि समय पर मिल रही हो। डिजिटल पेमेंट और ऑनलाइन बुकिंग करने पर कई बार गैस कंपनियां अतिरिक्त कैशबैक भी देती हैं, जिसका लाभ लिया जा सकता है। अगर किसी इलाके में कीमतें बहुत ज्यादा हैं, तो राज्य सरकार की वेबसाइट या गैस एजेंसी से संपर्क कर राहत स्कीम की जानकारी जरूर लें। ये छोटे-छोटे कदम हर महीने बजट को नियंत्रित रखने में मददगार साबित हो सकते हैं।