OPS Pension and Gratuity – केंद्र सरकार ने लाखों कर्मचारियों के लिए एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब पुरानी पेंशन योजना (OPS) को फिर से लागू करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इस फैसले के तहत कर्मचारियों को NPS यानी नई पेंशन योजना छोड़कर OPS का लाभ लेने की अनुमति दी जा रही है। OPS में मिलने वाला पूरा पेंशन और ग्रेच्युटी लाभ अब सेवानिवृत्ति के बाद सुनिश्चित आय प्रदान करेगा। यह निर्णय विशेष रूप से उन कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है जो सालों से OPS बहाली की मांग कर रहे थे। सरकार का कहना है कि यह कदम कर्मचारियों की आर्थिक सुरक्षा को मजबूत करेगा और उनके भविष्य को स्थिर बनाएगा। अब सवाल यह है कि कौन से कर्मचारी इसके लिए पात्र होंगे और आवेदन प्रक्रिया कैसे होगी।

OPS से जुड़े मुख्य लाभ और नया सरकारी फैसला
पुरानी पेंशन योजना (OPS) के तहत कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद जीवनभर पेंशन मिलती है, जो उनके अंतिम वेतन पर आधारित होती है। इसके अलावा, उन्हें ग्रेच्युटी का भी पूरा लाभ मिलता है जो NPS में उपलब्ध नहीं था। केंद्र सरकार के ताज़ा आदेश के अनुसार, अब राज्य सरकारें भी OPS बहाली पर विचार कर सकती हैं। 1 जनवरी 2004 से पहले नियुक्त हुए सभी सरकारी कर्मचारी इस योजना का लाभ ले सकते हैं। सरकार ने यह फैसला कर्मचारियों की लगातार मांगों और विरोध प्रदर्शनों के बाद लिया है। इससे लाखों कर्मचारियों को स्थायी आर्थिक सुरक्षा का भरोसा मिलेगा और NPS से जुड़ी अस्थिरता खत्म होगी।
कौन-कौन कर्मचारी होंगे OPS के लिए पात्र
OPS का लाभ वही कर्मचारी उठा सकेंगे जिन्होंने 1 जनवरी 2004 से पहले सरकारी सेवा शुरू की थी या जिन्हें नियुक्ति प्रक्रिया उस तारीख से पहले पूरी हुई थी। इसके अलावा, कुछ राज्यों में सरकार ने उन कर्मचारियों के लिए भी राहत दी है जो तकनीकी कारणों से NPS में शामिल कर दिए गए थे। पात्र कर्मचारियों को OPS में स्थानांतरित होने के लिए निर्धारित फॉर्म भरना होगा और अपने विभाग के माध्यम से आवेदन जमा करना होगा। यह प्रक्रिया पारदर्शी और सरल रखी गई है ताकि कोई भी पात्र कर्मचारी इससे वंचित न रहे। आवेदन की अंतिम तिथि और दस्तावेजों की सूची जल्द ही जारी की जाएगी।
NPS से OPS में स्विच करने की प्रक्रिया
यदि कोई कर्मचारी NPS से OPS में स्थानांतरित होना चाहता है, तो उसे अपने विभागीय कार्यालय में आवेदन करना होगा। आवेदन के साथ सेवा विवरण, नियुक्ति तिथि, और NPS खाते की जानकारी देना आवश्यक है। आवेदन की जांच के बाद कर्मचारी को OPS में शामिल किया जाएगा और NPS खाते की राशि सरकार द्वारा समायोजित की जाएगी। यह प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से की जाएगी ताकि सभी विभागों में समानता बनी रहे। सरकार ने इस प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है जो यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी पात्र कर्मचारी इस लाभ से वंचित न रहे।
पुरानी पेंशन योजना से मिलने वाले फायदे
OPS के तहत कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद न केवल मासिक पेंशन मिलती है, बल्कि परिवार को भी फैमिली पेंशन का लाभ मिलता है। इसके अलावा, ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा ₹20 लाख तक हो सकती है। OPS से जुड़ने वाले कर्मचारियों को मार्केट जोखिम से भी पूरी तरह मुक्त किया गया है, जबकि NPS में रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर रहता है। इस कारण OPS को ज्यादा सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प माना जा रहा है। सरकार का उद्देश्य है कि इस योजना से हर कर्मचारी को भविष्य में स्थिर और सम्मानजनक जीवन मिले। OPS की बहाली से सरकारी कर्मचारियों में उत्साह और विश्वास की नई लहर दौड़ गई है।